इन दोनों के बीच के विद्युत दाब (वोल्टगे) के अन्तर को विस्तार (अम्प्लिङ्य्) देकर पालीग्राफ कागज पर अंकितकिया जाता था और उसी समय मीटर पर भी दिखाई देता था.
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अनुरूप कंप्यूटर में सभी प्रचालन समानांतर तरीके से होते है| दूसरी तरफ, अनुरूप कम्प्युटर में डाटा विद्युत दाब के रूप में दर्शाए जाते हैं, जो की सघन परन्तु संचयन के लिए पुष्ट नहीं होता, इसमें शोर से दूषित होने की संभावाना बनी रहती है| डिजिटल कंप्यूटर में एक ट्रांजिस्टर के उपयोग की तरह, अनुरूप कंप्यूटर में संधारित्र (
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अनुरूप कंप्यूटर में सभी प्रचालन समानांतर तरीके से होते है | दूसरी तरफ, अनुरूप कम्प्युटर में डाटा विद्युत दाब के रूप में दर्शाए जाते हैं, जो की सघन परन्तु संचयन के लिए पुष्ट नहीं होता, इसमें शोर से दूषित होने की संभावाना बनी रहती है | डिजिटल कंप्यूटर में एक ट्रांजिस्टर के उपयोग की तरह, अनुरूप कंप्यूटर में संधारित्र (Capacitor) एक सतत चर का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं | इनका उपयोग मुक्य रूप से तकनिकी तथा वैज्ञानिक क्षेत्र में होता है |